Motivational Story Hindi-Bina Vichare Jo Kare So Pachhe Pachtaye | बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताए मोटीवेशनल स्टोरी हिंदी
Motivational Story Hindi Bina Vichare Jo Kare So Pachhe Pachtaye बहुत पहले की बात है एक नगर में एक सेठ और सेठानी रहते थे एक दिन सेट एक नेवला के बच्चे को घर ले आया, सेठानी नेवले को देख कर बहुत प्रसन्न हुई, वह बड़े प्यार से उसे पालने लगी, नेवला भी सेट और सेठानी से बहुत प्रेम करता था, कुछ समय बाद सेठानी के एक लड़का पैदा हुआ सेठानी दोनों का पालन पोषण बड़े प्रेम से करने लगी , नेवले के प्रति सेठानी का प्यार पहले जैसा ही रहा,
1 दिन की बात है कि जब लड़का सो रहा था तो सेठानी बाजार चली गई उसी समय कहीं से घर में एक सांप घुस आया, सब धीरे-धीरे लड़के के पास पहुंच गया, यह देखकर नेवले ने सांप को झपट कर मार डाला, तथा उसके टुकड़े टुकड़े कर दिए,
Motivational Kahani Hindi- Bina Vichare Jo Kare So Pachhe Pachtaye
(Motivational Story Hindi Bina Vichare Jo Kare So Pachhe Pachtaye) सांप को मारने से उसका मुंह खून से लाल हो रहा था, वह अपनी बहादुरी पर प्रसन्न हो रहा था, वह दरवाजे पर बैठकर सेठानी की प्रतीक्षा करने लगा, जब सेठानी बाजार से वापस आई तो उसने नेवले के मुंह पर खून लगा देखा, उसने सोचा कि आज इस नेवले ने मेरे बच्चे को मार डाला है, क्रोध में आकर उसने नेवले को मार डाला,
जब सेठानी घर के अंदर गई तो उसने देखा कि लड़का तो आराम से सो रहा है और उसके पास एक सांप मरा पड़ा है, यह देखकर वह बहुत पछताए और रोने लगी, कुछ देर के बाद जब सेठ घर आया और उससे रोने का कारण पूछा तो सेठानी बोली- मैंने बिना सोचे इस नेवले को मार दिया है
इसने तो इस सांप से मेरी बच्ची की रक्षा की थी, इस पर सेठ ने कहा कि” बिना सोचे समझे जो काम करता है। वह इसी प्रकार बाद में पछताता है”
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इस प्रकार कहानी में शिक्षा मिलती है कि कोई भी काम सोच समझ कर दीजिए, अगर बिना सोचे समझे जो काम करता है वह इसी प्रकार बाद में पछताता है(Agar Bina Vichare Soche Samjhe Kaam Karta Hai vaha Isi Prakar Bad me Pachhtata Hai Motivational Story In Hindi)